Tuesday, December 8, 2020

किसानो ने ऊन बाईपास किया जाम

 


 ऊन (शामली) पूरे देश मे सरकार और किसानो के बीच  मे तीन कानूनो को लेकर पिछले दिनो से गतिरोध जारी है। किसान नेताओ ने 08 दिसम्बर का बन्द बुलाया था । इस बन्द को लेकर किसान के साथ साथ व्यपारी भी काफी जोश मे दिखे । तीन अध्यादेशो के विरोध मे किसान जय जवान जय किसान का नारा बुलन्द करते हुये  सुबह 11 बजे से पहले ही कस्बा ऊन के बाईपास पर पहुच गये तथा सडक पर दरे बिछाकर पाईपास को जाम कर दिया । शुगर मिल मे इसी रास्ते से गन्ने के भरे ट्रक पहुचते है। जिसकी वजह से लम्बा जाम लग गया । 

किसानो के धरने मे शामिल श्री राममेहर प्रधान का कहना था कि सरकार हमारे उपर जबरदस्ती इन कानूनो को थोप रही है। सरकार इन कानूनो को वापिश ले किसान जाग चुका है वह अपना हक लेकर रहेगा ।   

कस्बा ऊन के पूर्व चैयरमैन अशोक कुमार का कहना था कि  किसान अपना हक मॉग रहा है किसान अपना हक लेकर रहेगा । 

लाला रामगोपाल गोयल भी धरने पर मौजूद थे उन्होने कहा कि यह आन्दोलन केवल किसान तक सीमित नही है। यह बहुत बडा आन्दोलन है। किसान बर्बाद हुआ तो हर छोटा व्यपारी और दुकानदार बर्बाद हो जायेगा । 

पवन सिंह आर्य (ट्रांसपोर्ट) का कहना था कि  हम इन काले कानूनो को रद करने की मॉग करते है हमे इससे कम कुछ भी मंजूर नही है। 

पप्पी ने कहा कि किसान जाग चुका है हम अपना भला बुरा समझते है। सरकार  अपने तीनो कानून  समाप्त करे  इसी मे सरकार की भलाई है और किसान की भी । 

सोनू टिकेत का कहना था कि  सरकार को अहंकार छोड किसान का हक दे देना चाहिये । 

नीरज पहलवान ने कहा कि सरकार को ये तीनो कानून वापिस लेने पडेगे यही समय की मॉग है। 

किसान  नीटू ने बताया कि सरकार इन कानूनो से हमारी कमर तोडना चहाती है चंद पूजीपति सरकार को किसानो के खिलाफ  बहकाकर अपनी रोटी सेकने का कार्य कर रहे है। 

किसान तेजपाल का कहना था कि सरकार हमारे किसानो की बात माने और जल्द से जल्द इन काले कानूनो को रद करे । 

इस मौके पर क्षेत्र के कई सौ किसानो ने चक्का जाम कर  तीन सरकारी कानूनो का विरोध किया । 

ll रविन्द्र शामली ll