उत्तर प्रदेश के जिला बागपत के गॉव लोयन मलकपुर मे पहलवान राजन तोमर का जन्म 08-05 -1995 को हुआ था । पहलवान राजन के पिता का नाम श्री सुदेश कुमार और माता का नाम श्रीमती मन्जु देवी है। पहलवान राजन तोमर ने 12 तक की शिक्षा प्राप्त की है। इसी गॉव के सुभाष वर्मा पहलवान ने एक समय अपनी पहलवानी से बडी प्रसिद्धि पाई थी । जिसके बाद इस गॉव से अनेको पहलवान निकलकर सामने आये , कई अर्जुन अवार्ड इस गॉव की झोली मे आ चुके है। राजन पहलवान भी अपने गॉव के बडे पहलवानो को देखकर पहलवानी मे आने का मन बचपन मे ही बना चुके थे । हालाकि राजन के चाचा श्री तेजबीर ने राजन के अन्दर के खिलाडी को सुरूवात मे ही पहचान लिया था । यही कारण है की राजन पहलवान अपनी पहलवानी मे अपने चाचा का सबसे बडा योगदान मानते है और कहते है की यदि मेरा चाचा श्री तेजबीर ना होता तो मै सायद कभी पहलवान ना बन पाता । एक तरह से कह सकते है कि पहलवान राजन की पहलवानी मे उनके चाचा का सुरू से ही बडा योगदान रहा है । राजन पहलवान ने अपनी पहलवानी की सुरूवात अपने गॉव मलकपुर के विजय पाल खलीफा के अखाडे से की थी , यही पर राजन पहलवान दों साल तक मेहनत करते रहे । इसके बाद तीन साल तक अपने गॉव के ही इकबाल खलीफा के यहॉ अखाडे मे आगे बढने के लिये मेहनत करते रहे , लेकिन यहॉ पर मैट उपलबध नही था । आगे बढने के लिये मैट की अनदेखी करना राजन पहलवान के लिये आत्मघती कदम से कम ना था । इसलिये राजन ने गॉव छपरौली के श्री किरशन खलीफा के अखाडे का रूख किया क्योकि वहॉ पर मैट की व्यवस्था उपलब्ध थी । और यह अखाडा राजन पहलवान के गॉव से ज्यादा दूर नही था । आने जाने के लिये परिवहन के साधन भी भरपूर मात्रा मे उपलब्ध थे । राजन दिन रात आगे बढ रहा था । यही पर मेहनत करते - करते राजन पहलवान स्पोर्ट कोटे से 07 मार्च 2016 मे आर्मी मे भर्ती हो गये ।
डाईट -
1- राजन पूरे दिन मे दो बार मे 10 लीटर दूध पी जाते है यदि दूध घर का है। बहार के दूध को राजन कम मात्रा मे लेते है।
2- दिन मे एक बार मूगं की दाल का हलवा
3- दिन मे एक बार जूस पीते है। डैड से दो लीटर
4- सुबह शाम की बात करे तो दिन मे दो दर्जन केले राजन पहलवान खाते है।
5- एक दिन मे 500 ग्राम देशी घी का सेवन
6- 300 ग्राम बदाम की गिरी घोटकर राजन पी जाते है।
7- दिन मे मुनाक्कखा का पानी तीन बार पीते है।
वर्कआउट
राजन पहलवान दिन मे सबसे ज्यादा समय टेक्निक लगाने मे और जोर करने मे खर्च करते है।
उपलब्धी
2012 - स्कूल नेशनल मे कास्य
2014 - आलइण्डिया यूनिवर्सिटी मे ब्रोन्ज
2015- नेशनल गेम्स मे सिलवर
2016- मे स्पोर्ट कोटे से आर्मी मे भर्ती
2016- वर्ल्ड आर्मी गेम्स मे पार्टीसपेट
2018- सीनियर मिट्टी नेशनल गेम्स मे सिलवर
2019- भारत केसरी (बेल गॉव कृनाटक मे 28-01-2019 को बने )
राजन भारत केसरी एक युवा पहलवान है। जो भविष्य मे और भी कई मेडल देश को देने का दम रखता है। राजन 125 से 130 किलो मे फ्रिस्टाईल कुस्ती लड़ता है। राजन के पिता श्री सुदेश कुमार का कहना है कि राजन ने बहुत मेहनत की जिसका फल राजन को मिला है। हर मॉ बाप की तरह मुझे खुशी है की बेटा अब सही मायने मे कामयाब हो गया है। श्री सुदेश कुमार युवाओ के लिये संदेश देते है और कहते है कि युवाओ को नशे से दूर रहने की आवश्यक्ता है। वरना जीवन और घर दोना बर्बाद हो जाते है।
चित्र मे राजन भारत केसरी पहलवान अपने पिता श्री सुदेश कुमार के साथ
रविन्द्र शामली
कुस्ती जगत