Tuesday, September 18, 2018

अंधेरी दुनिया का चमकता सितारा अंकुर धामा

उत्तर प्रदेश के जिला बागपत के गॉव खेकडा निवासी अंकुर धामा को अर्जुन अवार्ड मिलने की घोषणा होने पर खुशी मे पूरा खेकडा गॉव  झूम उठा है। अंकुर धामा दिव्यागं एथलीट है। बचपन मे पॉच साल की उम्र मे अकुंर जब अपने साथियो के साथ रंगो से होली खेल रहा था तब उसकी ऑखो मे रंग चला गया था । जहॉ होली को रंगो का त्योहार माना जाता है। उसी दिन अंकुर की ऑखो की रोशनी चली गई थी l परिवार ने बहुत इलाज करवाया लेकिन कामयाबी ना मिली और अंकुर की जिन्दगी मे अंधेरा छा गया था । अंकुर की कामयाबी से कोई भी खिलाडी प्रेरणा ले सकता है। बचपन से ही अंकुर इस अंधेरी दुनिया मे चमकने का इरादा कर बैठा दृष्टि हीन होने के बावजूद अंकुर अपनी मेहनत से अपने आपको साबित करने मे कामयाब हो गया । अर्जुन अवार्ड मिलने की बात का जिकर आते ही अंकुर के परिवार वालो की ऑखो से आसू छलक पडते है। अंकुर धामा ने अपनी शिक्षा लोदी रोड स्थित जे0 पी0 एम सीनियर सैकेण्डरी स्कूल फोर ब्लाईण्ड सें प्राप्त की है। इस स्कूल के शिक्षकों ने अंकुर के खेल के प्रति रूझान को देखकर ही उसे दौड मे भाग लेने के लिये प्रेरित किया था। अंकुर ने 2016 के पैरा ओलम्पिक मे भी भाग लिया था लेकिन क्वालिफाई करने से चूक गया था l अब अंकुर का जकार्ता के अन्दर होने वाले खेलो मे पदक जीतना अकुर का सपना है। अंकुर का युवाओ के लिये संदेश है।
कि उम्मीद ना छोडे हर मुश्किल मे उम्मीद की किरण छिपी होती है । अंकुर धामा को पहली बडी कामयाबी साल 2009 मे मे मिली थी । अंकुर ने वर्ल्ड यूथर स्टूडेन्ट चैम्पियनशिप मे दो गोल्ड जीतकर अपना लोहा मनवाया था । अंकुर धामा ने साल 2014 मे एशियन पैरा गेम्स मे एक सिलवर दो कास्य पदक जीते थे इस बार अक्टूबर के महीने मे होने जा रही पैरा एशियन चैम्पियनशिप मे अंकुर धामा 15000 मीटर व 5000 मीटर दौड मे भाग लेगा । अंकुर धामा दिल्ली मे स्थित यूनियन बैक मे सहायक मैनेजर अधिकारी के पद पर कार्यरत है। जिला बागपत को अंकुर धामा ने यह छटा अर्जुन अवार्ड दिलाया है। इससे पहले श्री सुभाष वर्मा पहलवान , राजीव तोमर पहलवान , शौकिन्द्र तोमर पहलवान , सुनील राणा , विवके सिंह को अर्जुन अवार्ड मिल चुका है।
रविन्द्र शामली 

कुस्ती जगत