रविन्द्र शामली - क्या आप फिल्मे देखते है ?
नवीन मोर - नही
रविन्द्र शामली - फिल्म कमाण्डो 3 मे जो दिखाया गया उसे क्या कहोगे ?
नवीन मोर - यह पहलवानो को बदनाम करने की शाजिश है। दुर्भाग्यपूर्ण है।
रविन्द्र शामली - पहलवानो के पास पैसा और पावर दोनो है। चहाते तो सिनेमा घरो की ईट से ईठ बजा देते लेकिन एसा नही किया , क्या कहोगे ?
नवीन मोर - पहलवान बहुत सभ्य और समझदार होते है। इसलिये जो भी करते है कानून के दायरे मे रहकर करते है।
रविन्द्र शामली - सैन्सर बोर्ड को कितना दोषी मानते है ?
नवीन मोर - बराबर का दोषी है। सैन्सर बोर्ड को पहले ही एसे सीन काटने चाहिये थे।
रविन्द्र शामली - एक तरफ पहलवान देश का नाम रोशन कर रहे है। दूसरी तरफ फिल्म के द्वारा पहलवानो को बदनाम किया जा रहा है। क्यो , क्या कहोगे ?
नवीन मोर - शायद ये इस फिल्म से जुडे लोगो की छोटी सोच का परिणाम है। जिन्हे पहलवानी का मतलब ही नही पता है।
रविन्द्र शामली - कानूनी लडाई के लिये कोई क्यो सामने नही आ रहा है ?
नवीन मोर - नही चारो ओर विरोध फिल्म का हो रहा है। पहलवान विरोध कर रहे है। हमारे गुरू हनुमान अखाडे के द्रोणाचार्य महासिंहराव सामने आये हैं। उम्मीद है जो भी होगा अच्छा ही होगा ।
रविन्द्र शामली - फिल्म की स्टार कास्ट को किस नजर से देखते है।
नवीन मोर - कागजी हीरो कागजी लोग है ये क्या जाने इज्जत कैसे कमाई जाती है।
रविन्द्र शामली - असली बिमारी की जड क्या है ?
नवीन मोर - पैसा
रविन्द्र शामली- आप भी पहलवान है। पहलवान वास्तव मे कैसे होते है ?
नवीन मोर - देखिये पहलवान शर्मीले होते है। दूसरे की बहन बेटी को अपनी बहन बेटी मानते है। मान सम्मान करते है। ऑख उठाकर तक किसी को नही देखते । बडो के बताये रास्ते पर चलते है। तब जाकर कही देश का नाम रोशन करते है। मुझे गर्व है कि मै पहलवान हू । देश के लिये खेला हू ।
रविन्द्र शामली -पाठको को क्या संदेश दोगे ?
नवीन मोर - इस फिल्म के साथ साथ इस एक्टर और निर्माता की दूसरी फिल्म को ना देखे इन लोगो की ऑखे खोलने का सही उपाय है।
साक्षातकार कर्ता
रविन्द्र शामली