Monday, September 16, 2019

मै सरकार की नीतियो का शिकर :- सचिन (पैरा ओलम्पियन)


उत्तर प्रदेश मे खेल और खिलाडी लगातार दम तोडते जा रहे है। जब किसी अच्छे खिलाडी की अवहेलना होती है तो खेल कमजोर होता ही है। कई गलत नीतियो के कारण खिलाडियो का मनोबल टूट जाता है। जिससे नये आने वाले खिलाडी भी सिनियर खिलाडी की दुर्दशा को देखकर अपना रास्ता बदल लेते है। या खेल को छोड देते है। उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ के निकट रोहटा मे 8-01-1984 को जन्मे सचिन कुमार को खेल से बचपन से ही काफी प्यार था । बचपन मे खेलते - खेलते पता चला कि देश मे पैरा खेल भी होते है। तो सचिन कुमार ने पैरा पावर लिफटिंग मे  किस्मत को आजमाया । सचिन कुमार की लगातार लम्बे समय से की गई मेहनत रंग लाई , और देखते ही देखते सचिन कुमार के कदम आगे बढने लगे । सचिन कुमार  की मेहनत का ही कमाल था कि सचिन कुमार ने पैरा  पावर लिफ्टिंग नेशनल मे 10 गोल्ड प्राप्त कर डाले । देश के लिये पैरा ओलम्पिक मे प्रतिनिधित्व भी किया । तीन बार एशियन गेम्स (पैरा) मे देश का प्रतिनिधित्व किया । कोमनवेल्थ गेम्स मे  ब्रोन्ज मेडल प्राप्त किया , 11 इंटरनेशनल मेडल प्राप्त  किये  , देश के कई बडे नेताओ ने भी सचिन कुमार को अपने पास बुलाकर सचिन की खूब तारीफ  की  , यही नही प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी भी सचिन को बुलाकर मुलाकात कर चुके है। इतना सब होने के बावजूद सचिन कुमार को आज तक नौकरी नही मिली । नेताओ को सचिन यह समझाने मे सदा नाकामयाब रहे कि पेट नौकरी से भरता है , ना कि मुलाकातो और फोटो खिचवाने से । सचिन कुमार को आश्वासन लगातार मिलते गये । लेकिन नौकरी आज तक ना मिली । आखिर मे तंग आकर सचिन कुमार मेरठ मे 09 सितम्बर 2019 को  धरने पर बैठ गये , तब जाकर प्रशासन के थोडे से कान खडे हुये । जिसके बाद सचिन को खेल मन्त्री से मिलवाने की बात कही गयी । तब सचिन कुमार की ओर से 15 सितम्बर 2019 को  धरना स्थगित किया गया । जल्दी ही सचिन कुमार को खेलमन्त्री से मिलवाया जायेगा । सचिन कुमार को जिस दिन नौकरी मिलेगी वो नौकरी किसी मेडल से कम ना होगी । देखना होगा यह नौकरी रूपी मेडल सचिन कुमार को कब प्राप्त होता है। न्याय की लडाई मे आप सब सचिन कुमार का साथ दे ।

रविन्द्र शामली
कुस्ती जगत