(रविन्द्र शामली ) भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत आज केन्द्र की सत्ताधारी दल के खिलाफ किसान क्रान्ति यात्रा के माध्यम से बिगुल फूकने की तैयारी कर चुके है। किसान को उसकी फसल का दाम समय से ना मिलने से चौधरी नरेश टिकैत सरकार से नाराज है। चौधरी नरेश टिकैत का कहना है कि चार साल से ज्यादा का समय केन्द्र मे सरकार को आये हुये हो चुका है। लेकिन किसानो से किये गये वादो को भुला दिया गया है। बे सिर पैर के फैसलो से सरकार किसान को कमजोर करने का कार्य कर रही है। ना स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागु की गई है। ना ही किसान का समय से गन्ना भुगतान किया गया है। , चीनी मिल मालिको के सामने सरकार और उसके मन्त्री बगले झाकने को मजबूर क्यो दिखाई देते है। चौधरी नरेश टिकैत के सशक्त तेवरो के सामने कई मन्त्रीयो के हाथ पॉव फूले बताये जा रहे है। चौधरी नरेश टिकैत के भाई चौधरी राकेश टिकैत का कहना है कि 19 हजार करोड किसानो का मिल मालिको पर बकाया है। जो सरकार को दिखाई नही देता इन्ही नितियो के कारण किसान खेती किसानी छोडने को मजबूर हो रहा है। दस वर्ष पुराने ट्रैक्टर भविष्य मे बन्द करने का सरकारी फैसला भी दुर्भाग्य पूर्ण है। किसान की एसी हालत नही है कि वो हर दस साल मे नये ट्रैक्टर खरीद सके । कई सारे और भी ज्वलन्त शील किसानो के मुद्दे है जिन्हे हम यात्रा के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से उठायेगे । चौधरी नरेश टिकैत आज सिसौली से किसानो के साथ हरिद्वार के लिये कूच करेगे और कल 23 सितम्बर से 02 अकटूबर तक किसान क्रान्ति यात्रा कर सरकार की ऑख और कान खोलने का कार्य करेगे । इस किसान क्रान्ति यात्रा मे लाखो की संख्या मे किसान भाग लेगे । यात्रा बाबा महेन्द्र सिंह टिकैत घाट हरिद्वार से आरम्भ होगी, पहला पडाव पतंजली बहादराबाद और आखरी पडाव राज घाट होगा । जहॉ रणसिंघा बजाया जायेगा और हरी टोपी लगाये लाखो किसान अपनी आवाज सरकार तक पहुचायेगे ।
कुस्ती के योद्धाओ के बारे मे पढये , जानिये अपने योद्धाओ को -रविन्द्र शामली (कुस्ती जगत ब्यूरो चीफ) उत्तर प्रदेश

Friday, September 21, 2018
किसानों के लिये सत्ता से जंग : नरेश टिकैत
(रविन्द्र शामली ) भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत आज केन्द्र की सत्ताधारी दल के खिलाफ किसान क्रान्ति यात्रा के माध्यम से बिगुल फूकने की तैयारी कर चुके है। किसान को उसकी फसल का दाम समय से ना मिलने से चौधरी नरेश टिकैत सरकार से नाराज है। चौधरी नरेश टिकैत का कहना है कि चार साल से ज्यादा का समय केन्द्र मे सरकार को आये हुये हो चुका है। लेकिन किसानो से किये गये वादो को भुला दिया गया है। बे सिर पैर के फैसलो से सरकार किसान को कमजोर करने का कार्य कर रही है। ना स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागु की गई है। ना ही किसान का समय से गन्ना भुगतान किया गया है। , चीनी मिल मालिको के सामने सरकार और उसके मन्त्री बगले झाकने को मजबूर क्यो दिखाई देते है। चौधरी नरेश टिकैत के सशक्त तेवरो के सामने कई मन्त्रीयो के हाथ पॉव फूले बताये जा रहे है। चौधरी नरेश टिकैत के भाई चौधरी राकेश टिकैत का कहना है कि 19 हजार करोड किसानो का मिल मालिको पर बकाया है। जो सरकार को दिखाई नही देता इन्ही नितियो के कारण किसान खेती किसानी छोडने को मजबूर हो रहा है। दस वर्ष पुराने ट्रैक्टर भविष्य मे बन्द करने का सरकारी फैसला भी दुर्भाग्य पूर्ण है। किसान की एसी हालत नही है कि वो हर दस साल मे नये ट्रैक्टर खरीद सके । कई सारे और भी ज्वलन्त शील किसानो के मुद्दे है जिन्हे हम यात्रा के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से उठायेगे । चौधरी नरेश टिकैत आज सिसौली से किसानो के साथ हरिद्वार के लिये कूच करेगे और कल 23 सितम्बर से 02 अकटूबर तक किसान क्रान्ति यात्रा कर सरकार की ऑख और कान खोलने का कार्य करेगे । इस किसान क्रान्ति यात्रा मे लाखो की संख्या मे किसान भाग लेगे । यात्रा बाबा महेन्द्र सिंह टिकैत घाट हरिद्वार से आरम्भ होगी, पहला पडाव पतंजली बहादराबाद और आखरी पडाव राज घाट होगा । जहॉ रणसिंघा बजाया जायेगा और हरी टोपी लगाये लाखो किसान अपनी आवाज सरकार तक पहुचायेगे ।
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