इंटर यूनिवर्सिटी मे मिला था गोल्ड ।
यह खेल से जुडाव का ही नतिजा था कि हमने खेल मे भी मेहनत की थी और हमारी टीम को इंटर यूनिवर्सिटी मे गोल्ड मिला था । आगे बढने के लिये यह गोल्ड मेडल लगातार एक नई उर्जा प्रदान कर रहा था ।
कबड्डी के खिलाड़ियों पर की पी0एच0डी0 ।
मै वर्तमान समय मे मेरठ कॉलिज मेरठ मे एसोसिएट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल एजुकेशन मे मेरठ कॉलिज मेरठ मे कार्यरत हु । कबड्डी मेरा बचपन से ही प्रिय खेल रहा है। शारीरिक शिक्षा में मैने एम0 पी0 एड0 व बी0 पी0 एड0 किया हुआ है। तथा पीएचडी अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ियों पर की है ।
संघर्ष और सफर ।
मैंने खेल के साथ-साथ पढ़ाई पर भी समान ध्यान दिया पूर्व में मैं इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत रहा हूं उसके पश्चात जय भारत इंटर कॉलेज छपार में शारीरिक शिक्षा अध्यापक के रूप में कार्य किया तत्पश्चात युवराज दत्त महाविद्यालय लखीमपुर खीरी में शारीरिक शिक्षा प्रोफेसर के पद पर कार्य किया और वर्तमान में मेरठ कॉलेज मेरठ में प्रोफेसर सारी शिक्षा एवं खेल के पद पर कार्यरत हूं इसके अतिरिक्त कबड्डी में एन आई एस डिप्लोमा तथा योग में भी सर्टिफिकेट कोर्स किया है और अंतरराष्ट्रीय योग समिति से मान्यता प्राप्त योगा ट्रेनर के रूप में पंजीकृत हूं कबड्डी एथलेटिक फुटबॉल बैडमिंटन योग एवं वेट ट्रेनिंग में स्पेशलाइजेशन है ।
खेल यूनिवर्सिटी की मॉग को लेकर मुख्यमन्त्री श्री योगी आदित्यनाथ से कर चुके है मुलाकात ।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाले खेल विश्वविद्यालय को खिलाड़ियों के क्षेत्र में बनवाने हेतु प्रयासरत रहा जिसके तारतम्य में में माननीय मुख्यमंत्री तक से मुलाकात की तथा उसका परिणाम यह हुआ कि वर्तमान में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना सलावा तहसील सरधना जिला मेरठ जो कि मुजफ्फरनगर लोकसभा का क्षेत्र है और खिलाड़ियों के क्षेत्र में आता है मैं स्थापना होगी
ग्रामीण क्षेत्रो मे सुविधाओ के अभाव को लेकर है चिन्तित ।
ग्रामीण क्षेत्रो की बात करे तो नौकरी के लिये दौड करने तक के लिये सुविधा उपलब्ध नही है। सडको पर बच्चे दौडते हुये दिखाई देते है। कई बार तेजी से आ रहे वहान का शिकार हो जाते है। जो चिन्ता का विषय है। कई गॉवो मे लोगो ने स्वयं अपने स्तर पर सुविधाये की है। जो बहुत अच्छी सोच का परिणाम मानी जा सकती है। क्षेत्र के सासंद , विधायक, प्रधान, चैयरमैन भी इस विषय पर अपनी जिम्मेदारी से नही भाग सकेते है। कम से कम इस विष्य पर युवाओ के भविष्य के लिये इन लोगो को आगे आना चाहिये ।
अर्जुन और युधिष्ठिर पहलवान का परिवार तारीफ का हकदार ।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पचैण्डा कला निवासी युधिष्ठिर और अर्जुन पहलवान ने अपने गॉव मे क्षेत्र के युवाओ के लिये शानदार स्टेडियम का निर्माण कराया है। जहा पर बच्चे अभ्यास करते है। जो बहुत ही सराहनीय कार्य है। इस प्रकार की सुविधा यूपी मे मुट्ठी भर गावो मे मिलती है। जहॉ मिलती है। वहॉ पर परिणाम सामने आते है। अर्जुन और युधिष्ठिर पहलवान जी दोनों जीवन में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद भी अपने खेल प्रेम के कारण क्षेत्र के युवाओं के लिए बहुत बड़ा कार्य कर रहे हैं और वह कुश्ती खेल से बचपन से ही जुड़े हुए हैं यह उनके लगन का ही परिणाम है कि शहीद वचन सिंह अखाड़े को स्पोर्ट्स अथॉरिटी द्वारा मान्यता मिली हुई है वैसे तो लोग बहुत बुलंदियां छूते हैं लेकिन समाज के लिए कौन क्या कर रहा है यह सबसे महत्वपूर्ण होता है इसके लिए युधिष्ठिर अर्जुन पहलवान जी बधाई के पात्र हैं और मैं उनको शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।
हरियाणा पंजाब के सामने यूपी फिसड्डी ।
एक समय देश के अन्दर खेलो मे पंजाब की तूती बोलती थी । वर्तमान समय मे हरियाणा की तूती बोलती है। उत्तर प्रदेश की बात तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे बहुत प्रतिभाये है। लेकिन यहा सरकारी तन्त्र इस विषय पर हरियाण की तर्ज पर सुविधाये नही दे पाता फिर भी कई सारे अर्जुन अवार्ड इस क्षेत्र ने देश को दिये है।
होनहार बच्चो को खेल मे प्रमोट करने की जरूरत ।
जिस प्रकार से हम अपने बच्चो को शिक्षा दिलाने के लिये प्रतिबद्ध होते है। जबकि हर बच्चे को नौकरी नही मिल पाती है। उसी तर्ज पर बच्चो को खेल के लिये प्रोत्साहित करना चाहिये । यदि बच्चा खेलो मे भाग्य आजमाना चहाता है तो उसे आगे बढने मे मदद करे न कि निराश ।
साक्षत्कार कर्ता
रविन्द्र शामली
कुस्ती जगत